कोटला का किला ध्वस्त मुंबई की रोमांचक जीत , दिल्ली की पहली हार
रविवार के डबल हेडर में , मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच एक पैसा वसूल मैच देखने को मिला। लगातार जीत रही दिल्ली को मुंबई ने उसकी पहली हार थमाई। दोनो टीमों ने मैच के रोमांच को अंतिम ओवरो तक बना कर रखा, लेकिन मुंबई ने अंतिम 3 गेंदो में 3 रन आउट करके आईपीएल में अपनी दूसरी जीत दर्ज की इस जीत से मुंबई के रनरेट में काफी सुधार हुआ जिससे वो छलांग मारकर नौवें पायदान से सीधा 7 वें पायदान पर आ गए हैं।
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में मुंबई इंडियंस ने मेजबान टीम के सामने जीत के लिए 206 रनों का लक्ष्य रखा है। दिल्ली से बैटिंग का न्योता पाने के बाद रोहित (18) और रियान लिकल्टन (41) ने मिलकर मुंबई को 47 रन की शुरुआत दी। रोहित जल्द आउट हुए. इसके बाद सूर्यकुमार यादव (40 रन, 28 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) और तिलक वर्मा (59 रन, 33 गेंद, 6 चौके, 3 छक्के) ने बहुत ही बखूबी ढंग से मुंबई की पारी को आगे बढ़ाया। बाद में नमन धीर (38 रन, 17 गेंद, 3 चौके, 2 छक्के) ने भी इसमें अच्छा योगदान दिया।जिसके चलते मुंबई इंडियंस 5 विकेट पर 205 रन तक पहुंचने में सफल रही. विप्रज निगम और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट लिए.
बाद में बल्लेबाज़ी के लिए उतरी दिल्ली की टीम ने पहली ही गेंद पर जेक फ्रेजर-मैकगर्क का विकेट गंवा दिया था। लेकिन इसके अपने अंतराष्ट्रीय स्तर पर वापसी कर रहे करुण नायर ने मोर्चा संभाला, उन्होने पोरेल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 119 रनों की साझेदारी की। एक समय दिल्ली का स्कोर 10 ओवर में 100 के पार चला गया था लग रहा था दिल्ली अपनी विजय रथ को आगे बढ़ाएगी, लेकिन फिर कर्ण शर्मा ने आकर अभिषेक का विकेट निकाला और इस साझेदारी को तोड़ा।. एक बार यह साझेदारी टूटी तो दिल्ली के विकटों का जो पतन शुरू किया और पारी के खत्म होने पर ही रूका। दिल्ली 19वें ओवर में 193 रन पर ऑल-आउट हो गई। आखिरी 3 गेंदो मे 3 रन आउट करके मुंबई ने खास रिकार्ड भी बना दिया।
इस मैच के हाइलाइट रहे करुण नायर जिन्हे इम्पॉक्ट प्लेयर के रुप में दिल्ली ने तीसरे नंबर पर उतारा और करुण ने भी 89 रनों की पारी खेलकर दिल्ली को मैच में बनाए रखा, एक रोमांचक पल तब भी आया जब बुमराह और करुण के बीच मैदान पर नोंक झोंक हुई, इसी मैच में करुण ने बुमराह के ओवर में 18 रन जुटाए थे। 2022 के बाद आईपीएल में वापसी कर रहे करुण नायर ने कहा
“हम मैच जीतने के लिए खेलते हैं इसलिए निराशा होती है और हम कितना भी स्कोर कर लें अगर टीम नहीं जीतती तो उसका कोई मतलब नहीं है। मेरे लिए टीम की जीत बेहद अहम थी और ऐसा नहीं हुआ, लेकिन यह एक सीख है और हम आगे बढ़ेंगे और मुझे उम्मीद है कि मैं इसी तरह प्रदर्शन करता रहूंगा और हम जीतेंगे।"
दिल्ली को इस जीत से सबक मिलेगा की आखिरी ओवरो में विकेट हाथ मे रहना कितना जरुरी है, 80 रनों के भीतर दिल्ली ने अपने 9 विकेट गंवा दिए और एक जीता हुआ मैच हार गए, वही मुंबई की टीम को इस जीत से आत्मविश्वास जरुर मिलेगा, उनके बल्लेबाज़, गेदबाज़ और फिल्डिंग तीनो ही डिपार्टमेंट दिल्ली से बेहतर थे, तो कहना गलत नहीं होगा की मुंबई की फास्ट लोकल अब ट्रेक पर आ गई है।