श्रेयस अय्यर ICC प्लेयर ऑफ द मंथ दूसरी बार अवॉर्ड हासिल किया
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज़ औऱ इस वक्त आईपीएल में पंजाब के कप्तान श्रेयर अय्यर ने एक खास उपलब्धि हासिल कर ली है। उन्हे दूसरी बार आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया है, उन्होने इस रेस में न्यूज़ीलैंड के रचिन रविंद्र और डफी को पीछे छोड़ा। इससे पहले 2022 में उन्होंने फरवरी में इसे जीता था। भारतीय टीम के किसी भी खिलाड़ी ने लगातार दूसरी बार ये अवॉर्ड जीता है। इससे पहले फरवरी में शुभमन गिल प्लेयर ऑफ द मंथ चुने गए थे। श्रेयस ने भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मार्च में 3 वनडे खेले श्रेयस मार्च महीने में कुल 3 वनडे मैच खेले और 57.33 की औसत से 172 रन बनाए। इस दौरान उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप ए के एक मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 79 रन, सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45 रन बनाए और फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 48 रन बनाकर भारत को चैंपियन बनाया।
चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के टॉप स्कोरर रहे शानदार बल्लेबाजी करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के टॉप स्कोरर थे। फरवरी-मार्च में खेले गए टूर्नामेंट में उन्होंने 5 मैचों में 243 रन बनाए थे। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ 56 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 79 रन की अर्धशतकीय पारी शामिल है।भारत ने 4 विकेट से फाइनल जीता श्रेयस ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में अक्षर पटेल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 61 रन जोड़े। उन्होंने 48 रन की पारी खेली। इस मैच को भारत ने 4 विकेट से अपने नाम किया था। रोहित शर्मा ने फाइनल मैच में 76 रन की पारी खेली और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
इतिहास में दूसरी बार हुआ ऐसा
पहली बार 2021 में प्लेयर ऑफ़ थे मंथ का अवार्ड लगातार 3 भारतीय पुरुष खिलाड़ियों ने जीता था।जनवरी के लिए ऋषभ पंत, फरवरी के लिए रविचंद्रन अश्विन और मार्च के लिए भुवनेश्वर कुमार को ये अवार्ड मिला था। तब से कभी ऐसा नहीं हुआ था कि ICC की तरफ से ये अवार्ड लगातार 2 बार भारतीय खिलाड़ियों को दिया गया। अब इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ है। पहले शुभमन गिल और अब श्रेयस अय्यर को एक ही साल में अवार्ड मिला है।पिछले साल दिसंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाली जॉर्जिया वोल ने महिला केटेगरी में ये अवार्ड (प्लेयर ऑफ़ द मंथ) जीता है।वोल ने हमवतन सीनियर एनाबेल सदरलैंड और यूएसए की चेतना प्रसाद को पछाड़कर ये अवार्ड जीता.
दिलचस्प बात है ये वही खिलाड़ी है जो पिछले साल बीसीसीआई की कॉंट्रेक्ट लिस्ट से बाहर हो गया था अब आईसीसी उसे सम्मानित कर रही है। श्रेयर अय्यर की काबिलियत का लोहा इस समय पूरा विश्व मान रहा है, उन्होने भारतीय टीम की नंबर 4 पर खेलने की समस्या तो युवराज सिंह के जाने के बाद से थी उसे समाप्त कर दिया। इस पोजिशन पर रायडू से लेकर रविशंकर हर किसी को अज़माया गया लेकिन आखिरकार श्रेयर अय्यर ने अपने शानदार खेल से इस पोजिशन को न सिर्फ अपना बनाया बल्कि कई महत्वपूर्ण पारियां खेलकर भारत को मैच भी जिताए। भारत के वर्ल्ड कप अभियान मे इनका औसत 60 से ऊपर था वही चैंपियंस ट्राफी में भी जब जब भारतीय टीम को मिडल आर्डर मे स्थिरता की जरुरत थी तब तब श्रेयर अय्यर ने हाथ ऊपर करके कहा ‘ मैं हूं ना ..