चतुर, चालाक चहल की फिरकी में फंसे कोलकाता के बल्लेबाज़
वक्त वक्त की बात है, वक्त सबका बदलता है…. यजुवेंद्र चहल का समय और प्रदर्शन पिछले कुछ समय से खराब कर चल रहा था, उनकी निजी जिंदगी में उथल-पुथल और भारतीय टीम से उनका लगातार बाहर होना मानो टी-20 का ये स्टार गेंदबाज़ कहीं गुम हो गया। पंजाब ने 18 करोड़ की रकम देकर यजुवेंद्र चहल पर भरोसा दिखाया और आईपीएल में पंजाब के छठे मैच में यजुवेंद्र चहल ने 4 विकेट लेकर इस भरोसे को कायम रखा। पहले बैटिंग करते हुए पंजाब की टीम सिर्फ़ 111 रन बना पाई थी। पूरी टीम 15.3 ओवरों में ही केकेआर के सामने ढेर हो गई थी। पंजाब की टीम ने पहले बल्लेबाज़ी चुनी प्रियांश आर्या और प्रभसिमरन ने शुरुआत भी ताबड़तोड़ की, लेकिन फिर हर्षित राणा ने एक ही ओवर में पहले प्रियांश आर्या और फिर श्रेयर अय्यर का विकेट लेकर पंजाब की कमर तोड़ दी, इसके बाद जैसे विकेटों की झड़ी लग गई, बहती गंगा में हाथ सुनिल नारायण और वरुण चक्रवर्ती ने भी धोए, दोनो ने 2-2 विकेट लिए ।
केकेआर के लिए ये स्कोर बहुत आसान लग रहा था, उनकी बल्लेबाज़ी की सक्षमता को देख मानो ये मैच 10 ओवरो में ही खत्म हो जाएगा, केकेआर के 2 विकेटजल्दी गिर गए थे, लेकिन कप्तान अजिंक्य रहाणे और अंगकृश रघुवंशी ने शानदार साझेदारी के साथ तीसरे विकेट के लिए 55 रन जोड़े।इन दोनों बलबाज़ों ने पावरप्ले के अंत तक टीम का स्कोर 55 (दो विकेट के नुक़सान पर) तक पहुंचा दिया था. अगले 14 ओवरों में कोलकाता की टीम को केवल 57 रनों की दरकार थी।फिर रहाणे और उनके साथी बल्लेबाज़ रघुवंशी की एक गलती और पंजाब किंग्स के श्रेयस अय्यर की आक्रामक कप्तानी ने मैच पलट दिया।चहल को आठवें ओवर में लाया गया उस ओवर की चौथी गेंद पर ही रहाणे ने स्पिन के साथ खेलने के बजाय उसके विरुद्ध स्विप शॉट खेला और अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। इसके बाद तो कोई बल्लेबाज़ पिच पर टिका ही नहींं, चहल और मार्को जानसेन की गेंदबाज़ी के बदौलत पंजाब ने आईपीएल में सबसे कम स्कोर को डिफ़ेंड करके इतिहास रच दिया। मार्को यानसेन ने 3 जबकि यजुवेंद्र चहल ने 4 बल्लेबाज़ो को पवेलियन की राह दिखाई।
चहल की फिरकी का जादू
पावरप्ले के छह ओवरों में दो विकेट खोकर 55 रन बनाने के बाद, कोलकाता का स्कोर अगले चार ओवरों में सिर्फ़ 17 रन बढ़ा पर उसने दो विकेट खो दिए।बहुत हद तक मैच अभी भी उनके ही पाले में था। फिर चहल ने अपने तीसरे और पारी के 12वें ओवर में दो विकेट लेकर मैच को लगभग पंजाब किंग्स की झोली में डाल दिया।पहले उन्होंने रिंकू सिंह को हवा में धोखा दे कर स्टंप आउट करवाया और फिर अगली ही गेंद पर रमनदीप सिंह को आउट किया।अब कोलकाता के सात विकेट आउट हो गए थे और स्कोर था 76 रन. इसके बाद कोलकाता का मैच में वापस आना कठिन हो गया।आंद्रे रसल ने कोशिश ज़रूर की. उन्होंने चहल के एक ओवर में 16 रन भी जड़े लेकिन अंत में लक्ष्य बहुत बड़ा साबित हुआ.
मैच के बाद चहल ने कहा, "यह पूरी टीम का प्रयास था. हमें पता था कि अगर हम पावरप्ले में दो-तीन विकेट ले लेते हैं तो कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा. पिच पर धीमी गति से गेंद आ रही थी और उसमें काफी टर्न था."
कमाल की बात है कि 3 दिन पहले इसी टीम के सामने सनराईज़र्स हैदराबाद आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेती है और अब वही पंजाब आईपीएल के इतिहास का सबसे कम स्कोर डिफेंड कर लेती है। अब इसमे पिच का रोल हो, शानदार कप्तानी या फिर बल्लेबाज़ो की जल्दबाज़ी लेकिन पंजाब इस समय एक खतरनाक टीम है। अब आईपीएल में सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने का रिकार्ड यानि 262-2 पंजाब के नाम है और सबसे छोटे लक्ष्य को डिफेंड करने का रिकार्ड भी पंजाब के नाम हो गया है। श्रेयस अय्यर की ये बेखौफ टीम इस साल आईपीएल में बड़ी उथल-पुथल करने को तैयार है, और कह सकते है पंजाबी आ गए ओए….