किंग्स की लड़ाई मे पंजाब ने मारी बाज़ी, 21 साल के प्रियांश शतकवीर
पंजाब की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया, प्रिंयाश ओपनिंग करने आए थे और मैच की पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर उन्होने दिखा दिया कि आज वो किसी अलग ही मकसद से आए हैं, पॉवरप्ले में उनके 3 विकेट गिर गए, जिसमे से 2 खलील अहमद ने लिए, लेकिन प्रियांश ने रनो की गति में कोई कमी नहीं आने दी , 10 ओवर के बाद स्कोर 130 के पार तक पहुंचा दिया, उनका अच्छा साथ दिया, शंशाक सिंह ने जो एक बार फिर पंजाब के संकटमोचन बने और अर्धशतक लगाया। प्रियांश ने अपनी 103 रनों की आतिशी पारी में 9 छक्के लगाए, लेकिन नूर अहमद का शिकार होने से पहले उन्होने पंजाब को एक बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया। इसके बाद शंंशाक औऱ मार्को येनसन के बीच अर्धशतकीय साझेदारी ने पंजाब के स्कोर को 219 रनो तक पहुंचा दिया।
आईपीएल के आकड़े गवाह है कि 2019 से जब जब चैन्नई को 180 रनो के टारगेट का पीछा करना पड़ा उन्हे हार ही मिली है। इस मैच में वो इस इतिहास को बदलने के इरादे से उतरे थे। रचिन रविंद्र और कोनवॉय ने शुरुआत तो अच्छी दिलाई, 2025 में पहली बार पॉवरप्ले में चैन्नई का कोई विकेट नहीं गिरा साथ ही 50 रनो की ओपनिंग पार्टनरशिप भी बन गई, लेकिन फिर रचिन एक गलत शॉट खेलकर मैक्सवेल का शिकार बन गए। कप्तान गायकवाड भी 1 ही रन बनाकर चलते बने। लेकिन फिर आए शिवम दुबे जिन्होने कॉनवॉय के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया, दोनो जब खेल रहे थे तो ऐसा लग रहा था कि चेन्नई आज इस नाममुमकिन काम को कर दिखाएगा, लेकिन फार्गर्सन ने दुबे को आउट करके चेन्नई की उम्मीदो को तोड़ दिया, दुबे 47 रन बनाकर आउट हुए, इसके बाद चैन्नई पर रनरेट का दबाव बढ़ता गया, धोनी आए 2 छक्के लगाए और आउट हो गए।
अंत में चेन्नई 19 रनों से ये मुकाबला हार गया। मैच मे दोनो टीमों ने मिलाकर कुछ 7 से 8 कैच छोड़े, पहले चैन्नई ने और फिर पंजाब ने मानो फिल्डर्स मैच को जल्दी खत्म करना चाहते ही नही थे। प्रियांश जो इस मैच के शतकवीर थे उनका कैच भी 73 रनों के स्कोर पर मुकेश चौधरी ने छोड़ा, अगर वो कैच पकड़ लिया जाता तो मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था। खैर पंजाब अब टॉप 4 में आ गई है तो वही चेन्नई टेबल के एकदम अंत में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है।